क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बिनेंस द्वारा बैंकों में अपनी जमानत सुरक्षित करने की एक विकल्प की संभावना को लेकर रिपोर्ट आई है। इस पहल के अनुसार, एफआईएटी-टू-क्रिप्टो एक्सचेंज और उधार जैसी विभिन्न सेवाओं की शुरुआत की योजना के साथ-साथ एक नई सुविधा पेश करने का काम चल रहा है। बिनेंस के सीईओ चांगपेंग ज़ाओ ने बताया कि एक्सचेंज वर्तमान में बैंकों के साथ मौजूदा साझेदारी का इस्तेमाल करके नई सुविधा पेश करने की संभावना को जांच रहा है।
वर्तमान में, जमानत के संबंध में विभिन्न ऑपरेशनल और नियामक ममलों से निपटने के लिए बिनेंस कुछ बैंकों के साथ इस उत्पाद का टेस्टिंग कर रहा है। इससे क्रेताओं के आत्मविश्वास में सुधार हो सकता है जो कि नियामक आवश्यकताओं के अनुसार बिनेंस को भी पूरा करने की सक्षमता देता है। ज़ाओ ने बताया कि एक्सचेंज जल्द ही यह विशेषता लांच करने की अधिक जानकारी देगा।
बिनेंस अपनी सेवाओं को वर्षों से बढ़ाते आ रहा है और दुनिया भर में सबसे ज्यादा मांग वाले क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में से एक बन गया है। 2019 में, एक्सचेंज ने इंडियन एक्सचेंज वाज़िरएक्स को खरीदा और जुलाई में मार्जिन ट्रेडिंग की एक विशेषता का परिचय दिया। उसने क्रिप्टो उधार सेवा, बिनेंस लेंडिंग भी लॉन्च की, जो उपयोगकर्ताओं को प्लेटफार्म के माध्यम से उधार देने और ब्याज कमाने की सुविधा देती है।
समग्र रूप से, बिनेंस की नई सुविधा पेश करने की यह कोशिश तब अधिक निवेशकों को प्लेटफार्म पर आकर्षित करने में मदद करेगी। इससे पता चलता है कि बिनेंस ने क्रिप्टो के तेज गति व उभरते दुनिया में वित्तीय सेवाओं की एक श्रृंखला प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है। हालांकि, यह देखने की आवश्यकता है कि संभव नई सुविधा एक्सचेंज के बैंकिंग साझेदारियों और नियामक अधिकारों पर कैसा असर डालेगी।