हांगकांग में क्रिप्टो फर्मों को जून तक लाइसेंस मिलने की उम्मीद है, जिससे उन्हें खुद को रिटेल सेवा प्रदाताओं के रूप में सक्रिय रूप से ऑपरेट करने की अनुमति मिलेगी। इस कदम के पीछे, हांगकांग सिक्योरिटीज और फ्यूचर्स कमीशन (SFC) द्वारा 2019 में वर्चुअल एसेट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए नई नियामक प्रणाली के लॉन्च होने के बाद हुआ है। इस प्रणाली के तहत, एक्सचेंज को लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा या ऑपरेशन बंद करना होगा। क्रिप्टो फर्मों द्वारा वर्चुअल एसेट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में ऑपरेट करने के लाइसेंस के लिए SFC ने कई आवेदन प्राप्त किए हैं।
नई नियामक प्रणाली के मूल उद्देश्य, वर्चुअल एसेट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए पारदर्शिता और निगरानी को बढ़ावा देने के माध्यम से निवेशकों के सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। इस प्रणाली के अंतर्गत, लाइसेंस प्राप्त करने वाली प्लेटफॉर्मों को सख्त आंतरिक नियंत्रण और नीतियों, ग्राहकों के एसेट्स को संरक्षित रखने, वित्तीय अपराध और आतंकवादी वित्तपोषण विनियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। SFC की नई नियामक प्रणाली वर्चुअल एसेट और विश्वव्यापी सेवा प्रदाताओं के लिए फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा निर्दिष्ट दिशानिर्देशों के साथ मेल खाती है।
लाइसेंस जारी करने में सख्त शर्तों की वजह से अधिक समय लग रहा है। क्रिप्टो फर्मों को सुरक्षित रूप से ऑपरेट करने और नियामक आवश्यकताओं के अनुसार अनुरूपता को साबित करने के लिए विस्तृत दस्तावेज प्रदान करने होंगे। इसके अलावा, वे ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म के रूप में काम करने के मांग को पूरा करनें के लिए पर्याप्त संसाधनों और विशेषज्ञता रखने की गहन जांच के अधीन होंगे।
हालांकि, देरी फर्मों को लाइसेंस के लिए आवेदन करने से पूर्ण रूप से नहीं रोक दी है। बहुत से लोग नई नियामक प्रणाली को अनुकूल मानते हैं, क्योंकि यह पारदर्शिता को बढ़ावा देता है और इंडस्ट्री को वैधता देने का काम करता है। एक बार लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, क्रिप्टो फर्में नियामक निकायों के रूप में ऑपरेट कर सकती हैं और खुद को रिटेल निवेशकों के लिए सेवा प्रदान कर सकती हैं, जो हांगकांग में क्रिप्टोकरेंसी से अधिक अपनाने के प्रोत्साहन के लिए सक्षम होगें। इस कदम से अन्य एशियाई देशों को वर्चुअल एसेट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए नियामक प्रणाली संचालित करने के लिए समर्थने की उम्मीद की जा रही है।